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"दोपहर कैसे बिताना चाहिए / विजय वाते" के अवतरणों में अंतर
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06:25, 30 अक्टूबर 2008 का अवतरण
दोपहर कैसे बिताना चाहिए।
ये हुनर हम को भी आना चाहिए।
बाँध कर रखना है गर पल्लू में चांद,
धूप में उसको तपाना चाहिए।