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मोनांगाम्बा / अन्तोनियो जासिन्तो / उज्ज्वल भट्टाचार्य
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06:47, 9 दिसम्बर 2021
फैले हुए विशाल खेत में पानी नहीं बरसता
मेरे माथे से
टपकते आँसू
टपकता पसीना
फ़सल को
सींचते हैं
सींचता है
:
खेत में कॉफ़ी की फ़सल तैयार हो चुकी है
अनिल जनविजय
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