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"मेरी ओर / मनमोहन" के अवतरणों में अंतर

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21:32, 6 नवम्बर 2008 के समय का अवतरण

मैं तुम्हारी ओर हूं

ग़लत स्पेलिंग की ओर
अटपटे उच्चारण की ओर

सही-सही और साफ़-साफ़ सब ठीक है
लेकिन मैं ग़लतियों और उलझनों से भरी कटी-पिटी
बड़ी सच्चाई की ओर हूं

गुमशुदा को खोजने हर बार हाशिए की ओर जाना होता है
कतार तोड़कर उलट की ओर
अनबने अधबने की ओर

असम्बोधित को पुकारने
संदिग्ध की ओर
निषिद्ध की ओर