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"चुमेर पानाभरि / गोपाल योञ्जन" के अवतरणों में अंतर
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प्रीतिका बातहरू जाने जति लेखिदिन्छु | प्रीतिका बातहरू जाने जति लेखिदिन्छु | ||
− | + | रातभरी-भरी एउटै सपना देखेको हुन्छु | |
देखेका सपनाहरू सबै म लेखिदिन्छु | देखेका सपनाहरू सबै म लेखिदिन्छु | ||
निष्प्राण कागजका टुक्रा हेरी नमस्किदिनु | निष्प्राण कागजका टुक्रा हेरी नमस्किदिनु | ||
नलेख्न पर्ने पनि शायद म लेखिदिन्छु | नलेख्न पर्ने पनि शायद म लेखिदिन्छु | ||
− | वर्णन गरेर तिम्रो | + | वर्णन गरेर तिम्रो सर्वाङ्ग लेखिदिन्छु |
एकछिनको निम्ति तिमीलाई उदाङ्ग देखिदिन्छु | एकछिनको निम्ति तिमीलाई उदाङ्ग देखिदिन्छु | ||
− | शायद रिसाइदिन्छ्यौ , हुनसक्छ च्यातिदिन्छ्यौ | + | शायद रिसाइदिन्छ्यौ, हुनसक्छ च्यातिदिन्छ्यौ |
− | म त | + | म त मनपरेकोलाई यस्तै नै लेखिदिन्छु |
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20:33, 18 सितम्बर 2023 के समय का अवतरण
चुमेर पानाभरी यति म लेखिदिन्छु
प्रीतिका बातहरू जाने जति लेखिदिन्छु
रातभरी-भरी एउटै सपना देखेको हुन्छु
देखेका सपनाहरू सबै म लेखिदिन्छु
निष्प्राण कागजका टुक्रा हेरी नमस्किदिनु
नलेख्न पर्ने पनि शायद म लेखिदिन्छु
वर्णन गरेर तिम्रो सर्वाङ्ग लेखिदिन्छु
एकछिनको निम्ति तिमीलाई उदाङ्ग देखिदिन्छु
शायद रिसाइदिन्छ्यौ, हुनसक्छ च्यातिदिन्छ्यौ
म त मनपरेकोलाई यस्तै नै लेखिदिन्छु