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"कटघरा / मनजीत टिवाणा / हरप्रीत कौर" के अवतरणों में अंतर

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वे कहते —  
 
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तुम्हारा पहली ग़लती, तुम लड़की हो  
 
तुम्हारा पहली ग़लती, तुम लड़की हो  
दूसरी —तुम काली हो  
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तीसरी —कविता लिखती हो  
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चौथी —तुम भेड़ियों के शहर में  
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एक अच्छी बेवक़ूफ़ भेड़ नहीं बन सकी  
 
एक अच्छी बेवक़ूफ़ भेड़ नहीं बन सकी  
  

18:57, 25 सितम्बर 2023 के समय का अवतरण

वे कहते —
तुम्हारा पहली ग़लती, तुम लड़की हो
दूसरी — तुम काली हो
तीसरी — कविता लिखती हो
चौथी — तुम भेड़ियों के शहर में
एक अच्छी बेवक़ूफ़ भेड़ नहीं बन सकी


हमारे देश में
इनमें से एक ग़लती ही
काफ़ी है
ख़ुशियाँ छीनने के लिए...
 
पंजाबी से अनुवाद : हरप्रीत कौर