भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"हमने इश्क़ किया / कात्यायनी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कात्यायनी |संग्रह=जादू नहीं कविता / कात्यायनी }} ...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
02:39, 22 नवम्बर 2008 का अवतरण
हमने इश्क़ किया
और काम के आदमी बन गए
दुनिया के लिए
वर्ना...
(चचा ग़ालिब से मुआफ़ी चाहते हुए}