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"बेकली / सोमदत्त" के अवतरणों में अंतर

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12:51, 24 नवम्बर 2008 के समय का अवतरण

खोदा दूसरों का पिया
उठाया दूसरों का धरा

कुछ ऎसा करूँ
कि मेरे किए
मेरी ज़िन्दगी बदल जाए

जोड़ने, घटाने, गुणा करने, भाग देने में
जीवन का, जीने से
चाहे सुन्न आए

अपनी ज़िन्दगी अपने जिए अपनी कहलाए
कुछ ऎसा करूँ
कि अपनी ज़िन्दगी पर मुझे
हक़ मालिकाना मिल जाए