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हमारे पास यहाँ,
वह बोली,
केवल एक सूरज मुँह में,
और तनिक देर वास्ते।
हम मलते अपनी आंखें दिनों आगे।
निष्फल लेकिन।
अभेद्य मौसम।
अपने नियत पहर धूप आती केवल।
फिर हमारे पास है करने को चीज़ों की एक दुनिया,
जब तलक रोशनी है वहाँ,
समय हमारे पास बमुश्किल है दरअसल एक दूसरे को दो टुक देखने का।
मुसीबत यह है कि रात पाली है
जब हमें काम करना है,
और हमें, सचमुच करना है:
बौने जन्म लेते हैं लगातार।
अंग्रेज़ी से भाषान्तर : पीयूष दईया
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