भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"नदी / प्रभात" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रभात |संग्रह= }} <Poem> धरती में जाने कहाँ बिला गई ह...)
(कोई अंतर नहीं)

21:33, 9 दिसम्बर 2008 का अवतरण


धरती में
जाने कहाँ
बिला गई हो तुम

मेरी
आँखों में
छोड़कर
ज़रा-सा पानी