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"अमृता प्रीतम के लिए... / राहुल झा" के अवतरणों में अंतर

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21:26, 30 दिसम्बर 2008 का अवतरण

वह अकेली थी
और अनंत थी...

वह तो अपने ही अंधेरे में
चिराग़-सी जल रही थी।