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"हज़ारों मील दूर / प्रयाग शुक्ल" के अवतरणों में अंतर

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बच्चों को नींद में
 
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छोड़ कर हम चले आते हैं ।
 
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हमारी नींद में  
 
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बच्चे आते हैं
 
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सुबह हम एक-दूसरे को
 
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अलग-अलग
 
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शहरों में पाते हैं ।
 
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एक-दूसरे से बातें करते
 
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हज़ारों मील दूर ।
 
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11:26, 1 जनवरी 2009 के समय का अवतरण

बच्चों को नींद में
छोड़ कर हम चले आते हैं ।
हमारी नींद में
बच्चे आते हैं
सुबह हम एक-दूसरे को
अलग-अलग
शहरों में पाते हैं ।
एक-दूसरे से बातें करते
हज़ारों मील दूर ।