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"घर छोड़ते समय / नवल शुक्ल" के अवतरणों में अंतर

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12:01, 2 जनवरी 2009 के समय का अवतरण

जूते झाड़कर नहीं चमकाए
न ख़ूब धोए कपड़े
किसी से विदा नहीं ली
आँखें खोलकर
घर से स्टैण्ड तक
चला रास्ते
गाड़ी के पाँवदान पर
एक पैर होकर भी।

दूसरा बिल्कुल ठीक था
ज़मीन पर
घर छोड़ते समय।