भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"प्रेम / कुसुम जैन" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कुसुम जैन |संग्रह= }} <Poem> दुख आया था तुम्हें देखा ...)
(कोई अंतर नहीं)

20:43, 2 जनवरी 2009 का अवतरण

दुख आया था

तुम्हें देखा
ठिठका
और

दबे पाँव लौट गया