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"कवि (दो) / शरद बिलौरे" के अवतरणों में अंतर

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15:27, 5 जनवरी 2009 के समय का अवतरण

चिड़िया पर
कविता लिखो
तो उसमें
पेड़ आते ही हैं

और कवि
तुम पेड़ छू सकते हो
चिड़िया कभी नहीं
पकड़ सकते।