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"बम / हैरॉल्ड पिंटर" के अवतरणों में अंतर

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02:14, 8 जनवरी 2009 के समय का अवतरण

और कहने के लिए शब्द बाक़ी नहीं है
हमने जो कुछ छोड़ा है सब बम हैं
जो हमारे सरो पर फट जाते हैं
हमने जो कुछ छोड़ा है सब बम हैं
जो हमारे ख़ून की आखिरी बूँद तक सोख लेते हैं
जो कुछ छोड़ा है सब बम हैं
जो मृतको की खोपड़ियाँ चमकाया करते हैं

मूल अंग्रेज़ी से अनुवाद : व्योमेश शुक्ल