भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"मूँछें-9 / ध्रुव शुक्ल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ध्रुव शुक्ल |संग्रह=खोजो तो बेटी पापा कहाँ हैं / ...)
 
(कोई अंतर नहीं)

14:35, 12 जनवरी 2009 के समय का अवतरण

वह जब देखो तब
अपना नाम बदल देने को आतुर है

कहता है--
यदि मेरी बात झूठ साबित हो
तो मेरा नाम बदल देना

अब बताइये
आज तक कोई बात झूठ साबित हुई

हाँ,
यदि उसकी बात सच साबित हो जाए
तो मैं ही अपना नाम बदलकर
उसका नाम रख लूँ