भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"ओ दिलरुबा / ध्रुव शुक्ल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ध्रुव शुक्ल |संग्रह=खोजो तो बेटी पापा कहाँ हैं / ...)
 
(कोई अंतर नहीं)

14:40, 12 जनवरी 2009 के समय का अवतरण

ओ दिलरुबा
मनसुख मेरा नाम
धाम मन सूबा
जहाँ मेरा पन डूबा
और न कोई
दूऽऽर दूऽऽर तक
दूबा
शहर अजूबा