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"शर्त / सुधीर सक्सेना" के अवतरणों में अंतर
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ममाखियों के घरौंदे में
हाथ डाल
और जान ज़ोख़िम में
लाया हूँ
ढेर सारा शहद
पर एक शर्त है
शहद के बदले में
तुम्हें देना होगा
अपना सारा नमक ।