भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"एक मुकुट की तरह/ केदारनाथ सिंह" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) छो ("एक मुकुट की तरह/ केदारनाथ सिंह" सुरक्षित कर दिया [edit=sysop:move=sysop]) |
(कोई अंतर नहीं)
|
12:06, 19 जनवरी 2009 का अवतरण
पृथ्वी के ललाट पर
एक मुकुट की तरह
उड़े जा रहे थे पक्षी
मैंने दूर से देखा
और मैं वहीं से चिल्लाया
बधाई हो
पृथ्वी, बधाई हो !