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श्याम सखा
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जन्म | 28 अगस्त 1948 |
---|---|
उपनाम | श्याम |
जन्म स्थान | बेरी वालों का पेच, रोहतक, हरियाणा |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
कहाँ से कहाँ तक, कोई फ़ायदा नहीं, अकथ (उपन्यास), इक सी बेला (कथा-संग्रह), दुनिया भर के ग़म थे (ग़ज़ल-संग्रह) | |
विविध | |
पं लखमी चंद पुरस्कार, छ्त्तीस गढ़ सृजन सम्मान, कथा बिम्ब-कथा पुरस्कार | |
जीवन परिचय | |
श्याम सखा ’श्याम’ / परिचय |
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- यारो मैने खूब ठगा है / श्याम सखा ’श्याम’
- मौसम की रग-रग दुख रही है / श्याम सखा ’श्याम’
- दिल पे हिन्दुस्तान लिखना / श्याम सखा ’श्याम’
- धरती सोई थी / श्याम सखा ’श्याम’
- गाँव नही अब / श्याम सखा 'श्याम'
- वो तो जब भी खत लिखता है / श्याम सखा 'श्याम'
- कुछ भी कहना पाप हुआ / श्याम सखा 'श्याम'
- हम जैसों से यारी मत कर / श्याम सखा 'श्याम'
- घर से बेघर था, क्या करता / श्याम सखा 'श्याम'
- ज़ख्म था ज़ख्म का निशान भी था / श्याम सखा 'श्याम'
- सखी लौट फिर फागुन आया / श्याम सखा 'श्याम'
- यूं तो कुछ कमी नहीं / श्याम सखा 'श्याम'
- सफर में तुम चले हो / श्याम सखा 'श्याम'
- घर जला,रोशनी हुई साहिब / श्याम सखा 'श्याम'
- वो मेरा रकी़ब था यारो / श्याम सखा 'श्याम'
- बने फिरते थे जो जमाने में शातिर / श्याम सखा 'श्याम'
- कैसा वो किरदार था / श्याम सखा 'श्याम'
- इक हमीं तो हैं नही बरबाद तेरे शहर में / श्याम सखा 'श्याम'
- जब मैं छोटा बच्चा था / श्याम सखा 'श्याम'
- उसको अगर परखा नहीं होता सखा / श्याम सखा 'श्याम'
- कच्चे धागे से बंधे रिश्ते / श्याम सखा 'श्याम'
- आज नहीं तो कल होगा / श्याम सखा 'श्याम'
- आत्म-विश्लेषण / श्याम सखा 'श्याम'
- दोहे / श्याम सखा 'श्याम'
- भजन / श्याम सखा 'श्याम'
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