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"लछमा / राजा खुगशाल" के अवतरणों में अंतर

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08:50, 7 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण

गाँव के मेले में

मैंने उसे

कुछ नहीं दिया ।


जानता हूँ कि

जानती है वह

बाल-बच्चों के

बहू-बेटियों के

भूखे और नंगे संसार में

दूर-दूर तक स्वर्ग नहीं है ।