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19:12, 1 मार्च 2009 का अवतरण
उजाले अपनी यादों के
रचनाकार | बशीर बद्र |
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प्रकाशक | वाणी प्रकाशन |
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विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- एक चेहरा साथ साथ रहा जो मिला नहीं / बशीर बद्र
- लोग टूट जाते हैं / बशीर बद्र
- जहाँ पेड़ पर चार दाने लगे / बशीर बद्र
- यूँ ही बेसबब ना फिरा करो / बशीर बद्र
- कभी यूँ भी आ मिरी आँखों में / बशीर बद्र
- मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती / बशीर बद्र
- सर झुकओगे तो पत्थर / बशीर बद्र
- न जी भर के देखा/ बशीर बद्र
- सियाहियों के बने हर्फ हर्फ / बशीर बद्र
- / बशीर बद्र