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"जल नहीं है / अश्वघोष" के अवतरणों में अंतर

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18:52, 13 अप्रैल 2009 का अवतरण

अब नदी में जल
नहीं है

पत्थरों पर
लेटकर खामोश,
बादलों का पढ़ रही अफसोस
सत्य है अटकल नहीं है
अब नदी में जल
नहीं है

दूर, कितने
दूर हैं अब तट,
आती नहीं पदचाप की आहट
पक्षियों की भी, कोई
हलचल नहीं है
अब
नदी में
जल नहीं है