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तुम मान्दोरिया
 
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हम नाचोनिया
 
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मादर ना बजा
 
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रसीला मादर न बजा
 
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बाप खड़े
 
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माँ खड़ी
 
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खिड़की का पल्ला धरे
 
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खड़ा है पिया
 
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मादर ना बजा
 
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10:34, 28 अप्रैल 2009 का अवतरण

 सप्ताह की कविता

  शीर्षक: तुम मान्दोरिया
  रचनाकार: ठाकुर प्रसाद सिंह

तुम मान्दोरिया
हम नाचोनिया

मादर ना बजा
रसीला मादर न बजा

बाप खड़े
माँ खड़ी

खिड़की का पल्ला धरे
खड़ा है पिया

हम नाचोनिया
मादर ना बजा