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"नेपथ्य का आदमी / नरेश चंद्रकर" के अवतरणों में अंतर
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23:00, 4 मई 2009 के समय का अवतरण
वह अपनी पीठ पर
कपड़ों का गट्ठर लिए जाएगा
वह सुलगते हुए कोयलों में
इस्तरी तपाएगा
वह आपकी कमीज़ को
रौब गाँठने लायक बनाएगा
वह आपके बहुत-बहुत काम आएगा!!