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"अंह का शेषनाग / नागार्जुन" के अवतरणों में अंतर

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हज़ार फन फैलाए
 
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बैठा है मारकर गुंजलक
 
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अंह का शेषनाग
 
अंह का शेषनाग
 
 
लेटा है मोह का नारायण
 
लेटा है मोह का नारायण
 
 
वो देखो नाभि
 
वो देखो नाभि
 
 
वो देखो संशय का शतदल
 
वो देखो संशय का शतदल
 
 
वो देखो स्वार्थ का चतुरानन
 
वो देखो स्वार्थ का चतुरानन
 
 
चाँप रही चरण-कमल लालसा-लक्ष्मी
 
चाँप रही चरण-कमल लालसा-लक्ष्मी
 
 
लहराता है सात समुद्रों का एक समुद्र
 
लहराता है सात समुद्रों का एक समुद्र
 
 
दूधिया झाग...
 
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दूधिया झाग...
 
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(1967 में रचित)
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'''(1967 में रचित)
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01:57, 9 मई 2009 का अवतरण

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हज़ार फन फैलाए
बैठा है मारकर गुंजलक
अंह का शेषनाग
लेटा है मोह का नारायण
वो देखो नाभि
वो देखो संशय का शतदल
वो देखो स्वार्थ का चतुरानन
चाँप रही चरण-कमल लालसा-लक्ष्मी
लहराता है सात समुद्रों का एक समुद्र
दूधिया झाग...
दूधिया झाग...


(1967 में रचित)