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"आपकी यादें / विजय वाते" के अवतरणों में अंतर
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06:48, 10 मई 2009 के समय का अवतरण
हर एक मक़ाम से आती हैं, आपकी यादें।
ये मेरी आँख का, पानी हैं, आपकी यादें।
हवा में दर्द है, आशा भी है, निराशा भी,
मेरी हँसी हैं उदासी हैं, आपकी यादें।
हर एक साँस का आना भी तय है, जाना भी,
सात जन्मों की, निशानी हैं, आपकी यादें।
नया है घर भी मेरा, अब नया लिबास भी है,
बस एक बात, पुरानी हैं, आपकी यादें।
तमाम उम्र से है, शोर मेरे, मन में 'विजय',
उसी को नगमां बनाती हैं, आपकी यादें।
जो हाल पूछे उसे क्या बताऊँ, हाल अपना
बहुत ही लम्बी कहानी हैं, आपकी यादें।