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"धीवरगीत-6 / राधावल्लभ त्रिपाठी" के अवतरणों में अंतर

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18:52, 17 मई 2009 के समय का अवतरण

दूर है अभी भी क्षितिज
सूरज उग रहा है उसके ऊपर
सूरज की किरणों के ताने-बाने से
रच गया सेतुबंध
इस पर आगे जा सकती है नौका
सागर के जल पर
सागर छू रहा है आकाश
या आकाश उतर रहा है सागर के तल पर