भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सांवरो रंग मिनोरे / मीराबाई" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मीराबाई }} <poem> सांवरो रंग मिनोरे। सांवरो रंग मिनो...)
 
(कोई अंतर नहीं)

23:10, 11 जून 2009 के समय का अवतरण

सांवरो रंग मिनोरे। सांवरो रंग मिनोरे॥ध्रु०॥
चांदनीमें उभा बिहारी महाराज॥१॥
काथो चुनो लविंग सोपारी। पानपें कछु दिनों॥सां० २॥
हमारो सुख अति दुःख लागे। कुबजाकूं सुख कीनो॥सां० ३॥
मेरे अंगन रुख कदमको। त्यांतल उभो अति चिनो॥सां० ४॥
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर। नैननमें कछु लीनो॥सां० ५॥