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"ज़मीन को भीना रखना / विम्मी सदारंगाणी" के अवतरणों में अंतर
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14:42, 20 जून 2009 का अवतरण
अम्मा ने एक बार बताया था मुझे
जो मर जाते हैं
वे आसमान के तारे बन जाते हैं।
चमकते रहते हैं बस
रात को निकलते हैं
सुबह सो जाते हैं।
तुम तारे मत बनना
तुम एक छोटा-सा बादल बनना
और बरस-बरस कर
ज़मीन के किसी टुकड़े को
भीना रखना।
सिन्धी से अनुवाद : स्वयं कवयित्री द्वारा