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"तुलसी रमण / परिचय" के अवतरणों में अंतर

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साहित्य जगत में तुलसी रमण एक सुपरिचित नाम है। हिमाचल प्रदेश से जन्म और कर्म का संबंध रखने वाले कवि, लेखक और संपादक के रूप में चर्चित तुलसी रमण अपने आस-पास की चीज़ों पर जितनी बारीक निगाह रखते हैं, वैसी ही मूलभूत मुद्दों की समझ भी रखते हैं। स्थानिक संस्कृति की समझ के साथ भारतीय और विश्व साहित्य से भी परिचय रखते हैं। अपनी समझ और अध्ययन के तालमेल के फलस्वरूप उनका रचनाकर्म शैली और विचार के स्तर पर उन्हें एक गंभीर साहित्यकार साबित करता है। कवि ही नहीं रमण एक अच्छे कहानीकार और उपन्यासकार भी हैं। उनका एक प्रकाशनाधीन कहानी संग्रह ‘गाची’ प्रकाशनाधीन है और जनसत्ता-चण्डीगढ़ में धारावाहिक प्रकाशित उनका उपन्यास ‘देओ-राज’ पहाड़ी पृष्ठ्भूमि की एक सामाजिक-सांस्कृतिक रचना है जो निकट भविष्य में पुस्तकाकार आएगी। तुलसी रमण पिछले 23 वर्षों से हिमाचल प्रदेश भाषा विभाग की पत्रिका “विपाशा” का संपादन भी कर रहे हैं, वे ही इसके आदि संपादक हैं।
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18:42, 23 जून 2009 के समय का अवतरण

साहित्य जगत में तुलसी रमण एक सुपरिचित नाम है। हिमाचल प्रदेश से जन्म और कर्म का संबंध रखने वाले कवि, लेखक और संपादक के रूप में चर्चित तुलसी रमण अपने आस-पास की चीज़ों पर जितनी बारीक निगाह रखते हैं, वैसी ही मूलभूत मुद्दों की समझ भी रखते हैं। स्थानिक संस्कृति की समझ के साथ भारतीय और विश्व साहित्य से भी परिचय रखते हैं। अपनी समझ और अध्ययन के तालमेल के फलस्वरूप उनका रचनाकर्म शैली और विचार के स्तर पर उन्हें एक गंभीर साहित्यकार साबित करता है। कवि ही नहीं रमण एक अच्छे कहानीकार और उपन्यासकार भी हैं। उनका एक प्रकाशनाधीन कहानी संग्रह ‘गाची’ प्रकाशनाधीन है और जनसत्ता-चण्डीगढ़ में धारावाहिक प्रकाशित उनका उपन्यास ‘देओ-राज’ पहाड़ी पृष्ठ्भूमि की एक सामाजिक-सांस्कृतिक रचना है जो निकट भविष्य में पुस्तकाकार आएगी। तुलसी रमण पिछले 23 वर्षों से हिमाचल प्रदेश भाषा विभाग की पत्रिका “विपाशा” का संपादन भी कर रहे हैं, वे ही इसके आदि संपादक हैं।