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"बूढ़ा शेर / विमल कुमार" के अवतरणों में अंतर
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10:28, 20 जुलाई 2009 के समय का अवतरण
यह सुनकर वे मन ही मन हँसे
कि वे मूर्ख हैं
यह सुनकर उन्होंने अनसुना कर दिया
अनसुना कर दिया
कि उन्हें कुछ नहीं आता
यह सुनकर वे उदास हो गए
कि उनकी पीठ झुक रही है, कहते हैं
कि फूट-फूट कर रोने लगे थे
जब लोगों ने कहा-
वे सर्कस के बूढ़े शेर हैं