भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"नींद / नंदकिशोर आचार्य" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नंदकिशोर आचार्य |संग्रह=कवि का कोई घर नहीं होता ...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
10:08, 13 अगस्त 2009 के समय का अवतरण
नींद न आँखों में थी
न करवटों में-
कहीं दूर उस वीराने में थी :
कैसे यहाँ वह आती?
पर आँखें थीं जब यहाँ
नींद वहाँ भी
कैसे सो पाती?