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"केवल उजाला नहीं / नंदकिशोर आचार्य" के अवतरणों में अंतर

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15:29, 15 अगस्त 2009 के समय का अवतरण

केवल उजाला नहीं
अंधेरा भी चाहिए मुझको
-दोनों एक साथ।
उजाला : जो चाहे उजलाता
ख़ुद से विलग करता है
अंधेरा : ख़ुद में मुझे जो समो लेता है
पर उजलाता नहीं

इसलिए तुम्हारी घनी धुंध में हूँ
जिसकी समाई में
खो रहा
हर पग
उजला करता जाता है
आगे का मग।