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"भक्त कवि / नंदकिशोर आचार्य" के अवतरणों में अंतर
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13:00, 16 अगस्त 2009 के समय का अवतरण
मुक्ति चाहूंगा ही क्यों मैं,
बंध ही गया जब तुमसे?
तभी जाना है : मुक्ति क्यों नहीं चाही
भक्त कवियों ने
चाहा तो बस भक्ति में रहना
संयोग हो चाहे
वियोग में होना।