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"आब और विआ / शीन काफ़ निज़ाम" के अवतरणों में अंतर

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(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शीन काफ़ निज़ाम }} {{KKCatNazm}} <poem> पहाड़ी झरने के पास सूख...)
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13:07, 22 अगस्त 2009 का अवतरण

पहाड़ी झरने के पास
सूख रहे हैं
कपड़े, असा<ref>सहारे के लिए हाथ में ली गई लकड़ी</ref> पर
विआ<ref>बर्तन</ref> में भरा है
आब
मछली जिसमें तैरती है


शब्दार्थ
<references/>