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"दरख्तों पर पतझर / नचिकेता" के अवतरणों में अंतर

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17:42, 24 अगस्त 2009 के समय का अवतरण

घुला हवा में कितना तेज ज़हर
यह पहचानो

किसने खिले गुलाबों से
उनकी निकहत छीनी
सपनीली आँखों से सपनों की दौलत छीनी
किसने लिखा दरख्तों पर पतझर
यह पहचानो

कौन हमारे अहसासों को
कुन्द बनाता है
खौल रहे जल से घावों की जलन मिटाता है
नोच रहा है कौन बया के पर
यह पहचानो

खेतों के दृग में कितना
आतंक समाया है
आनेवाले कल का चेहरा क्यों ठिसुआया है
किसकी नजर चढ़े गीतों के स्वर
यह पहचानो।