भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"नदी / इला प्रसाद" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=इला प्रसाद }} <poem>तुम तो ख़ुद ही हो नदी; शांत समभाव ...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
19:30, 31 अगस्त 2009 का अवतरण
तुम तो ख़ुद ही हो नदी;
शांत समभाव से बहती हुई
कहीं शब्द नहीं कोई
केवल गति, केवल गति