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जन विजय जी,  
 
जन विजय जी,  
  अगीत के प्रमुख कवि हैं--
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अगीत के प्रमुख कवि हैं--
१. श्री रन्ग नाथ मिश्रा "सत्य"---सन्स्थापक,प्रवर्तक,व सम्पादक अगीतायन साप्ताहिक-राजाजिपुरम लख्ननऊ से।
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१. श्री रंग नाथ मिश्रा "सत्य"---संस्थापक,प्रवर्तक,व सम्पादक अगीतायन साप्ताहिक-राजाजिपुरम लख्ननऊ से।
२. डा श्यम गुप्त -सुश्यानिदी ,के-३४८,आशियाना, लख्ननऊ-२२६०१२
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२. डा श्याम गुप्त -सुश्यानिदी ,के-३४८,आशियाना, लख्ननऊ-२२६०१२
 
३.श्री पार्थो सेन-राजाज़िपुरम लख्ननऊ
 
३.श्री पार्थो सेन-राजाज़िपुरम लख्ननऊ
४ श्री सोहन लाल सुबुद्द
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४ श्री सोहन लाल सुबुद्ध।
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प्रिय भाई! क्या आप इन सभी लोगों की तस्वीरें, परिचय और बीस-बीस ’अगीत’ हमें भिजवा सकते हैं। इनके नाम जोड़ने से पहले
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रचनाएँ देखना चाहूंगा।
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सादर

13:34, 3 सितम्बर 2009 का अवतरण

जन विजय जी, अगीत के प्रमुख कवि हैं-- १. श्री रंग नाथ मिश्रा "सत्य"---संस्थापक,प्रवर्तक,व सम्पादक अगीतायन साप्ताहिक-राजाजिपुरम लख्ननऊ से। २. डा श्याम गुप्त -सुश्यानिदी ,के-३४८,आशियाना, लख्ननऊ-२२६०१२ ३.श्री पार्थो सेन-राजाज़िपुरम लख्ननऊ ४ श्री सोहन लाल सुबुद्ध।


प्रिय भाई! क्या आप इन सभी लोगों की तस्वीरें, परिचय और बीस-बीस ’अगीत’ हमें भिजवा सकते हैं। इनके नाम जोड़ने से पहले रचनाएँ देखना चाहूंगा। सादर