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"जो हवा में है / उमाशंकर तिवारी" के अवतरणों में अंतर

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22:58, 10 सितम्बर 2009 का अवतरण

जो हवा में है, लहर में है
क्यों नहीं वह बात मुझमें है

शाम कन्धे पर लिये अपने
जिन्दगी के रू ब रू चलना
रोशनी का हमसफर होना
उम्र की कन्दील क जलना
आग जो जलते सफ़र में है
क्यों नहीं वह बात मुझमें है।