भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"शब्दकमल खिला है / उद्भ्रान्त" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKRachna |रचनाकार=उद्भ्रान्त}} {{KKPustak |चित्र=Udbhra skkhhai.jpg |नाम=शब्दकमल खिला है...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
20:33, 17 सितम्बर 2009 के समय का अवतरण
शब्दकमल खिला है
रचनाकार | उद्भ्रान्त |
---|---|
प्रकाशक | |
वर्ष | |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविता |
विधा | |
पृष्ठ | 172 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।