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माँ कह एक कहानी / मैथिलीशरण गुप्त
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13:45, 19 सितम्बर 2009
"सुनी सभी ने जानी! व्यापक हुई कहानी।"<br><br>
राहुल तू निर्णय कर इसका, न्याय पक्ष लेता है किसका?
<br>
कह दे निर्भय जय हो जिसका, सुन लूं तेरी बानी"<br>
"माँ मेरी क्या बानी? मैं सुन रहा कहानी।<br>
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