भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"तलवार / अब्दुल्ला पेसिऊ" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=अब्दुल्ला पेसिऊ |संग्रह= }} Category:अरबी भाषा <Poem> ...) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
− | |||
{{KKAnooditRachna | {{KKAnooditRachna | ||
|रचनाकार=अब्दुल्ला पेसिऊ | |रचनाकार=अब्दुल्ला पेसिऊ | ||
पंक्ति 6: | पंक्ति 5: | ||
[[Category:अरबी भाषा]] | [[Category:अरबी भाषा]] | ||
<Poem> | <Poem> | ||
− | + | मैं नंगी तलवार हूँ | |
− | मैं | + | और मेरी मातृभूमि |
− | + | उसकी म्यान | |
+ | जिसे चोरी कर ले गया कोई और | ||
− | + | यह मत सोचना कि | |
− | + | रक्त पिपासु | |
− | + | हो गया हूँ मैं | |
− | + | अपने इर्द-गिर्द देखो | |
− | + | उस चोर को ढूंढ निकालो | |
− | + | जिसने नंगा कर दिया है मुझे। | |
− | + | ||
'''अंग्रेज़ी से अनुवाद : यादवेन्द्र''' | '''अंग्रेज़ी से अनुवाद : यादवेन्द्र''' | ||
</poem> | </poem> |
11:45, 26 सितम्बर 2009 के समय का अवतरण
|
मैं नंगी तलवार हूँ
और मेरी मातृभूमि
उसकी म्यान
जिसे चोरी कर ले गया कोई और
यह मत सोचना कि
रक्त पिपासु
हो गया हूँ मैं
अपने इर्द-गिर्द देखो
उस चोर को ढूंढ निकालो
जिसने नंगा कर दिया है मुझे।
अंग्रेज़ी से अनुवाद : यादवेन्द्र