भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"अर्चना / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 75: पंक्ति 75:
 
* [[तुमने स्वर के आलोक-ढले / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]
 
* [[तुमने स्वर के आलोक-ढले / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]
 
* [[लिया दिया तुमसे मेरा था, / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]
 
* [[लिया दिया तुमसे मेरा था, / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]
* [[गीत गाने दो मुझे तो, / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]
+
* [[गीत गाने दो मुझे / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]
 
* [[सहज-सहज कर दो; / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]
 
* [[सहज-सहज कर दो; / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]
 
* [[वासना-समासीना, महती जगती दीना / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]
 
* [[वासना-समासीना, महती जगती दीना / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]

17:33, 16 अक्टूबर 2009 का अवतरण


अर्चना
Archana.jpg
रचनाकार सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
प्रकाशक कला मंदिर, दारागंज, इलाहाबाद
वर्ष अगस्त २६, १९५०
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा गीत
पृष्ठ १२१
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।