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: लोग बहुत पास आ गए हैं।
 
: लोग बहुत पास आ गए हैं।

23:39, 1 नवम्बर 2009 का अवतरण

लोग बहुत पास आ गए हैं।
पेड़ दूर हटते हुए
कुहासे में खो गए हैं
और पंछी (जो ऋत्विक हैं)
चुप लगा गए हैं।