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"आखिर हम आदमी थे / अरुणा राय" के अवतरणों में अंतर
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22:03, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
इक्कीसवीं सदी के
आरंभ में भी
प्यार था
वैसा ही
आदिम
शबरी के जमाने सा
तन्मयता
वैसी ही थी
मद्धिम
था स्पर्श
गुनगुना...
आखिर
हम आदमी थे
... इक्कीसवीं सदी में भी