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"स्त्रियाँ-3 / जया जादवानी" के अवतरणों में अंतर

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वह पलटती है रोटी तवे पर
और बदल जाती है पूरी की पूरी दुनिया
खड़ी रहती है वहीं की वहीं
स्त्री
तमाम रोटियाँ सिंक जाने के बाद भी।