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"रघुवर की सुधि आई / भजन" के अवतरणों में अंतर
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21:39, 12 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
आज मुझे रघुवर की सुधि आई ।
आगे आगे राम चलत हैं ।
पीछे लछमन भाई ।
तिनके पीछे चलत जानकी ।
बिपत कही ना जाई ॥
सीया बिना मोरी सूनी रसोई ।
लछमन बिन ठकुराई ।
राम बिना मोरी सूनी अयोध्या ।
महल उदासी छाई ॥