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"प्रेमपत्र-3 / मदन गोपाल लढा" के अवतरणों में अंतर

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14:03, 17 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

तुम्हारे प्रेमपत्र में
अब तक बाकी है
तुम्हारे स्पर्श का सौरभ।

आखर की आरसी में
मैं चीन्हता हूँ
तुम्हारा चेहरा।

प्रीत का पुराना पत्र
एक इतिहास है
अपने-आप में


मूल राजस्थानी से अनुवाद : स्वयं कवि द्वारा