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"भगवान की बिक्री / रामधारी सिंह "दिनकर"" के अवतरणों में अंतर

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19:03, 21 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

लोगे कोई भगवान? टके में दो दूँगा।
लोगे कोई भगवान? बड़ा अलबेला है।
साधना-फकीरी नहीं, खूब खाओ, पूजो,
भगवान नहीं, असली सोने का ढेला है।